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राजगढ़ पुरी तरह से कोरोना से सुरक्षित - विष्णु दत्त विश्नोई

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राजगढ़ सादुलपुर के थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने 29 अप्रैल को सुबह तथा शाम को कस्बे का गहन दौरा कर उन भ्रामक बातों को पर विराम लगा दिया है, जो पुलिस के कम सक्रिय होने से संबंधित जनता में चल रही थी। सीआई बिश्नोई ने सुबह पूरे कस्बे का दौरा करते हुए सभी चेक प्वाइंट का अवलोकन किया तथा ड्यूटीरत स्टाफ की कार्य व्यवस्था का अवलोकन कर आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न स्थानों ड्यूटी देने वाले पुलिस स्टॉफ के साथ लॉक डाउन से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा भी  की। इसी प्रकार शाम को थानाधिकारी मुख्य बाजार आदि के दौरे के बाद शीतला बाजार में रुक कर हालातों को का जायजा लिया तथा स्टाफ के साथ बातचीत करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद सीआई ने रामबास, नरहडियान मोहल्ला, बहल रोड, रेलवे लाइनों के आसपास के स्थानों सहित मोहता कॉलेज आदि स्थानों का दौरा किया।  थानाधिकारी ने बताया कि लोक डाउन की जो व्यवस्थाएं तथा पुलिस का नियंत्रण चल रहा है, वह यथावत चलता रहेगा और इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी व्यक्ति लोक डाउन की व्यवस्थाओं का उल्लंघन करेगा,...

अवैध चाइनीज मांझे के खिलाफ पुलिस कार्यवाही ......

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राजगढ़ सादुलपुर कस्बे में 11 अप्रैल को भी अवैध चाइनीज मांझे के खिलाफ पुलिस कार्यवाही जारी रही व प्रतिबंधित चाइनीज मध्य को जब्त कर उसे नष्ट करवाया गया। साथ ही चाइनीज मांझा बेचने वाले तीन जनों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजगढ़ पुलिस द्वारा पूर्व में भी चाइनीज मांझा नहीं बेचने के निर्देश दिए गए थे, उसके बावजूद राजगढ़ कस्बे में स्थान कई स्थानों पर चाइनीज धागा बेचे जाने की बात सामने आई। इस पर थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने कड़ा कदम उठाते हुए कल व आज कार्यवाही की और आज की कार्रवाई के दौरान तीन जनों को गिरफ्तार भी किया गया है  थानाधिकारी बिश्नोई ने बताया कि पक्षियों के लिए ही नहीं लोगों आदमियों के लिए भी खतरनाक चाइनीज मांझे की बिक्री की रोक के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे और जो भी व्यक्ति यह चाइनीज मांझा बेचता मिला या किसी के पास स्टॉक मिल गया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उल्लेखनीय है कि पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे के कारण पक्षी तो घायल होकर मर तक जाते हैं। साथ ही बच्चे और दुपहिया वाहन चालक भी बार-बार इसके शिकार होक...

कारोना को लेकर सख्त हुए ये लोग ...

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राजगढ़ सादुलपुर में ही नहीं समूचे देश और विश्व में भी इस समय कोरोना महामारी का खतरा मंडरा रहा है और इसका प्रकोप बढ़ता ही नजर आ रहा है। ऐसी स्थिति में हर व्यक्ति सावधान है सजग है और अपनी सुरक्षा के लिए यथासंभव प्रयासरत है। इस प्रकार के हालातों में राजगढ़ सादुलपुर में यदि करोना का सबसे बड़ा खतरा किसी को नजर आ रहा है तो वह राजगढ़ के एसडीएम और प्रशासनिक अधिकारियों तथा पूर्व चेयरमैन नंदकिशोर मरोदिया एवं उनके परिवार को नजर आ रहा है।  यह बार बार देखा गया है कि जब कोई परिवादी एसडीएम कार्यालय में अधिकारियों से मिलने जाता है, तो उसे 20 मीटर दूर बन्द गेट पर ही खड़ा होना पड़ता है। अधिकारीगण वहीं आकर मिलते हैं या फिर कोई ड्यूटीरत कर्मचारी परिवादी उसको दूर से ही एसडीएम या अन्य अधिकारियों से मिला देता है। अधिकारी किसी परिवादी द्वारा दिया गया ज्ञापन तक स्वीकार करने से डरते हैं। वह बात अलग है कि कर्मचारी चाहे कोरोना की चपेट में आ जाओ, उसकी परवाह ...?  यही स्थिति वार्ड नंबर 7 की पार्षद श्रीमती ललिता मरोदिया यानि पूर्व चेयरमैन नंदकिशोर मरोदिया के घर की और जाने वाली गली के...

पुलिस प्रशासन के लिए आगे यह परिवार में दिया पुलिस को ...

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राजगढ़ सादुलपुर  थाना क्षेत्र में  कोरोनावायरस के खतरे के चलते फील्ड में सेवारत पुलिस वालों के लिए 8 अप्रैल  से पेयजल की विशेष व्यवस्था की गई है। यह कार्य श्री उत्तमचन्द सुराणा परिवार की ओर से सजंय, अभिषेक सुराणा के सौजन्य से किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री सुरेंद्र सुराना चैरिटेबल ट्रस्ट दिल्ली की ओर से उक्त व्यवस्था आरंभ की गई है। जिसके अंतर्गत आईएसआई मानक कंपनी किनले के जल की एक एक लीटर की बोतल रोजाना पहुंचाई जाएगी। हनुमान सुराणा, सुरजीत नाई, नमन सुराणा, सरोज जैन आदि ने इस पुनीत कार्य की शुरुआत की एवं मध्यान्ह पूर्व कस्बे के मुख्य बाजार, शीतला बाजार, सिद्धमुख चौराहे, अम्बेडकर सर्किल, बस स्टैंड, सांखू तिराहे, नन्द प्लाजा, रेलवे स्टेशन, पिलानी मोड़ पर सप्लाई कर दी गई। इस व्यवस्था के अंतर्गत कार्यकर्ता रोजाना विभिन्न स्थानों पर सेवा दे रहे पुलिस वालों को पानी की बोतल पहुंचाएंगे।

आखिर पुलिस वाले भी इंसान होते हैं आखिर क्यों ......

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राजगढ़ सादुलपुर में ही नहीं पूरे प्रदेश में राजस्थान पुलिस कोरोना वायरस के खतरे के इस संकट के समय में मुस्तैदी से दिन रात ड्यूटी देती नजर आ रही है। प्रदेशभर में पुलिस प्रशासन जिस प्रकार की जिम्मेदारी निभा रहा है, वह सराहनीय है और राजगढ़ सादुलपुर में जिस प्रकार की व्यवस्थाएं हैं, वह तो उल्लेखनीय हैं। इसके बावजूद दिन रात ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों को ना सरकार समुचित आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवा पा रही नजर आती है तथा ना ही हमारी रक्षा के लिए इस समय मुस्तैद पुलिसकर्मियों को हम लोग आवश्यक सुविधाएं दे पा रहे हैं। हालांकि सराहनीय बात यह भी है कि राजगढ़ सादुलपुर कस्बे में सेवाभावी युवक तथा स्वयंसेवी संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी समझकर ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों के लिए चाय, अल्पाहार नाश्ते व फल फ्रूट की सीमित की व्यवस्थाओं में लगे नजर आते हैं। पुलिसकर्मियों को मास्क भी उपलब्ध करवाए गए हैं, मगर सबसे बड़ी समस्या है।  कि पुलिसकर्मियों उनके पास ना तो पीने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध रहता है और ना ही उनके पास सैनिटाइजर होता है। 5 अप्रैल को जब मैं कस्बे में घूम कर जानकारी ले रहा था...

राजगढ़ क्षेत्र में कोरोना वायरस के खतरे को काफी लोगों नजर अंदाज क्यो कर रहे हैं ....

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राजगढ़ सादुलपुर क्षेत्र में कोरोनावायरस के खतरे को काफी लोगों द्वारा जिस प्रकार नजर अंदाज कर लापरवाही बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए प्रशासन और ज्यादा गंभीर नजर आ रहा है। हालांकि कमोबेश सभी स्थानों से ऐसे समाचार मिल रहे हैं, मगर हरियाणा सीमा पर स्थित राजगढ़ की स्थिति को और ज्यादा नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने और ज्यादा प्रभावी व सख्त कदम उठाएं।  5 अप्रैल को सुबह जब बाजारों में, दुकानों पर भीड़ ग्राहकों की बेतरतीब स्थिति देखी गई तो थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई खुद मुख्य बाजार में पहुंचे। उन्होंने दुकानदारों व ग्राहकों को समझाइश करते हुए लोक डाउन की व्यवस्था को सख्ती से पालन करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अब और अनदेखी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।  इसी क्रम में पुलिस विभाग ने 5 अप्रैल को ड्रोन कैमरे से स्थिति का जायजा लिया है। कस्बे के विभिन्न विभिन्न स्थानों पर ड्रोन कैमरे से पुलिस विभाग ने फोटोग्राफी करवाते हुए गहनता से पूरी स्थिति को देखा है। बताया गया है कि ड्रोन कैमरे की सहायता से उन लोगों पर सख्त कार्यवाही की जाए...

जीवन सिंह शेरपुर युवाओं का रोबिन हुड .....

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श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष मध्यप्रदेश जीवन जी = 15 जनवरी 1991 जावरा तहसील रतलाम जिले के छोटे से गांव शेरपुर में एक ऐसे लाल का जन्म हुआ जो इस मध्य प्रदेश में हजारों युवाओं की एक उम्मीद और एक सूरज की किरण लेकर सबके उज्जवल भविष्य की लड़ाई लड़ना शायद उसी दिन से चालू कर दी थी ...  "गोगामेड़ी का शेर" जीवन सिंह शेरपुर शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा जो इन्हे नहीं जानता है इस पूरे मध्यप्रदेश के अंदर संघर्ष की मिसाल बनकर उभरे हैं श्री जीवन सिंह शेरपुर जिस संगठन को इस मध्य प्रदेश के अंदर कोई पहचानता नहीं था उस संगठन की कमान अपने हाथ में लेना गांव गांव जाना घर घर जाना चौपाल लगाना सब को जागरूक करना सब को साथ रखना और इतना बड़ा संगठन करना अपने आप में बहुत ही गौरव का विषय है जहां एक तरफ समाज एक जाजम पर बैठने को तैयार नहीं था और शायद ही कभी  किसी ने सोचा  होगा कि समाज के सभी युवा वर्ग सभी वरिष्ठ जन सभी मार्गदर्शक तथा भविष्य में कभी एक जाजम पर बैठेंगे अनहोनी के काम को अगर किसी ने होनी में बदला है तो वह है जीवन सिंह जी शेरपुर .... श्री जीवन सिंह जी शेरपुर का...