धर्म संस्कृति की विरासत को सुरक्षित रखने के लिए एकजुट
राजगढ़ सादुलपुर की जसकरण सुराणा हवेली में 27 मार्च को आचार्य श्री महाश्रमण की वरिष्ठ शिष्या शासनश्री साध्वी सरोज कुमारी आदि का पदार्पण हुआ। बीदासर से भिवानी (हरियाणा) के लिए पद विहार करते हुए साध्वी वृन्द के यहां पहुंचने पर तेरापंथ महिला मंडल की सदस्याओं ने उनकी अगवानी व स्वागत किया।
इस अवसर पर साध्वी श्री ने महिलाओं को उदबोधन देते हुए कहा कि कि धर्म संस्कृति की विरासत को सुरक्षित रखने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें। महिलाएं ही इस क्षेत्र में तथा संस्कार निर्माण में सबसे महती भूमिका अदा कर सकती है।
साध्वीश्री के साथ सहयोगी साध्वी प्रभावनाश्री, साध्वी सोमप्रभा, तथा साध्वी चिराग प्रभा भी हैं। महिला मंडल ने साध्वी युवा साध्वी चिरागप्रभा का अभिनंदन किया जो राजगढ़ कस्बे के सेठिया परिवार की संसार पक्षीय नातिन है। अब वैराग्य व्रत लेकर साध्वी बन गई है।
इस अवसर पर महिला मंडल अध्यक्ष सरोज जैन, उपाध्यक्ष सुमन मुसरफ, मंत्री सुमन जैन, उप मंत्री मधु बैद, कोषाध्यक्ष संजू देवी सुराणा सहित हनुमान सुराणा, श्रुति जैन, श्याम जैन, पीयूष सुराणा, विमल मूसरफ आदि भी उपस्थित थे। साध्वी समूह 28 मार्च को पद विहार करते हुए हिसार हरियाणा की ओर प्रस्थान कर जाएंगी।
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