मासूम बालक की डूबने से मौत
राजगढ़ सादुलपुर के वार्ड 22 में नरडियान मौहल्ला रेलवे फाटक के पास की डिग्गी में 27 मार्च को 7-8 वर्षीय एक मासूम बालक की डूबने से मौत हो गई। मृतक शौयब/सौरभ है, जो माता मंडी के निकट रहने वाले गरीब परिवार बंटी कुचिया का बेटा था, यह लीग कचरे से प्लास्टिक बीन कर इकट्ठा कर परिवार पालते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक बालक तथा उसके 2 साथी बालक प्लास्टिक बीनने के लिए उस स्थान पर गए थे। डिग्गी के आसपास काफी मात्रा में प्लास्टिक होने के कारण बच्चे प्लास्टिक बीन रहे थे। उसी दौरान मृतक बच्चे का पांव फिसल गया। बताया यह जा रहा है कि साथ वाले बच्चों ने सौयब का हाथ पकड़ कर बचाने का प्रयास किया मगर जब उसका हाथ छूट गया तो बच्चे भी डर कर भाग गए बताते हैं। जब घटना का मोहल्ले वालों को पता लगा तो उन्होंने हल्ला मचाया।
जानकारी मिलते ही चेयरमैन के पति सेवानिवृत्त डीएसपी नियाज मोहम्मद एवं उनके भाई अदरीश के साथ साथ पुलिस भी पहुंच गई। पार्षद हैदर अली भी मौके पर आ गए और सभी ने मिलकर बचाव का प्रयास किया। मोहल्ले के लाला उर्फ यासीन चौहान तथा मिस्त्री का काम करने के लिए यहां आए हुए धनूरी गांव (झुंझनू) के विजयपाल सोनी ने हिम्मत दिखाते हुए डिग्गी में उतरे। मशक्कत के बाद बच्चे का शरीर मिल गया, मगर वह दम तोड़ तोड़ चुका था। हालांकि लोगों को यह लगा कि बालक की धड़कनें चल रही है एवं उसे तत्काल सोनी नर्सिंग होम भी ले जाया गया, मगर वहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद डेड बॉडी को राजकीय रेल अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसके माता-पिता परिजन आ चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि खुली पड़ी डिग्गियां खतरनाक बनी हुई है। कुछ माह पूर्व इसी मोहल्ले में रेलवे लाइन के पास स्थित गंदे पानी की एक अन्य डिग्गी में गिर कर एक युवक की मौत हो चुकी थी। इस घटना पर लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि डिग्गी की सफाई के लिए कई माह पूर्व टेंडर हो चुके हैं, मगर रास्ते सफाई नहीं हुई और ना ही आवश्यक की जा रही है, जिस कारण ऐसी घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
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