रामपुरा गांव में गर्भवती महिला की मौत का मामला अभी शांत नहीं हो पाया ...
राजगढ़ सादुलपुर तहसील के रामपुरा गांव में गर्भवती महिला की मौत का मामला अभी शांत नहीं हो पाया है। इस मामले को लेकर चूरू के जिला कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक भी 11अक्टूबर को दोपहर बाद रामपुरा पहुंचे। उन्होंने ग्रामीण प्रतिनिधिमंडल व जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता की.....
हालांकि ग्रामीणों के विरोध के कारण स्थानीय विधायक डॉ. कृष्णा पूनियां को वार्ता में शामिल नहीं हुई, मगर राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां तथा सादुलपुर के निवर्तमान विधायक मनोज न्यांगली बैठक में रहे ....
करीब डेढ़ घंटे तक वार्ता बैठक चली, मगर बैठक बेनतीजा रही। जिला कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग माने जाने में असमर्थता व्यक्त कर दी। इसके बाद रोषित ग्रामीण प्रतिनिधिमंडल बैठक को छोड़ कर आ गया। बैठक के बेनतीजा रहने की सूचना मिलते ही आसपास की 10 ग्राम पंचायतों के लोगों ने आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। इन ग्राम पंचायतों के सरपंच व अन्य लोग 12 अक्टूबर को रामपुरा पहुंचकर धरने प्रदर्शन में शामिल होंगे ....
मृतका 25 वर्षीय रचना मीणा का शव अभी भी रामपुरा के स्वास्थ्य केंद्र में रखा हुआ है। परिजन व ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए हैं कि पहले उनकी मांग मानी जाए उसी के बाद ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। आज हुए पथराव में चोटिल हुए राजगढ़ के थानाधिकारी गुर भूपेंद्र सिंह के का सिर फट गया, मगर उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है।
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