ग्रामीणों ने रेल प्रशासन द्वारा बंद किए गए रास्ते को खुलवाने के संबंध में ज्ञापन....
राजगढ़, सादुलपुर तहसील के गांव गुगलवा, बास किरतान तथा बास भरिण्ड के ग्रामीणों ने रेल प्रशासन द्वारा बंद किए गए रास्ते को खुलवाने के संबंध में 19 फरवरी को पर ज्ञापन दिया गया है। मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन चूरू जाकर जिला कलेक्टर को सौंपा गया है।
ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने रेल संघर्ष समिति के तत्वाधान में उक्त ज्ञापन दिया है, जो रेल संघर्ष समिति के पदाधिकारियों पूर्व सरपंच वीर सिंह, एडवोकेट मुकेश रामपुरा, कल्याण सिंह तथा विद्यानंद मलिक के नेतृत्व में दिया गया।
दिए गए ज्ञापन में लिखा गया है कि गुगलवा, किरतान, से बेवड़, भैंसली, नवा पिलानी को जाने वाले मार्ग तथा खेतों के कटानी रास्ते को भी रेल प्रशासन द्वारा बंद कर दिया गया है। रेवाड़ी सादुलपुर रेलखंड पर स्थित उक्त स्थान पर रेलवे अंडर ब्रिज भी बनवाए जाने की कार्यवाही चल रही है। रेलवे अंडर ब्रिज अभी तक नहीं बना है, उससे पहले ही रास्ते को बंद कर दिया गया। इस रास्ते को बंद किए जाने से सबसे ज्यादा परेशानी किसानों व मजदूर वर्ग को हो रही है।
ज्ञापन में लिखा गया है कि इस बारे में पिछले कई माह से रेल प्रशासन सहित स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों को बार-बार ज्ञापन दिए गए हैं, मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। क्षेत्र के ग्रामीण परेशान हो रहे हैं और अब यदि एक सप्ताह में कार्यवाही नहीं की गई तो ग्रामीण जनता 26 फरवरी से आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए ग्रामीण मजबूर हो जाएगी। आंदोलन के क्रम में 26 फरवरी को किरतान रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा तथा रेल भी रोकी जाएगी।
ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने रेल संघर्ष समिति के तत्वाधान में उक्त ज्ञापन दिया है, जो रेल संघर्ष समिति के पदाधिकारियों पूर्व सरपंच वीर सिंह, एडवोकेट मुकेश रामपुरा, कल्याण सिंह तथा विद्यानंद मलिक के नेतृत्व में दिया गया।
दिए गए ज्ञापन में लिखा गया है कि गुगलवा, किरतान, से बेवड़, भैंसली, नवा पिलानी को जाने वाले मार्ग तथा खेतों के कटानी रास्ते को भी रेल प्रशासन द्वारा बंद कर दिया गया है। रेवाड़ी सादुलपुर रेलखंड पर स्थित उक्त स्थान पर रेलवे अंडर ब्रिज भी बनवाए जाने की कार्यवाही चल रही है। रेलवे अंडर ब्रिज अभी तक नहीं बना है, उससे पहले ही रास्ते को बंद कर दिया गया। इस रास्ते को बंद किए जाने से सबसे ज्यादा परेशानी किसानों व मजदूर वर्ग को हो रही है।
ज्ञापन में लिखा गया है कि इस बारे में पिछले कई माह से रेल प्रशासन सहित स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों को बार-बार ज्ञापन दिए गए हैं, मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। क्षेत्र के ग्रामीण परेशान हो रहे हैं और अब यदि एक सप्ताह में कार्यवाही नहीं की गई तो ग्रामीण जनता 26 फरवरी से आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए ग्रामीण मजबूर हो जाएगी। आंदोलन के क्रम में 26 फरवरी को किरतान रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा तथा रेल भी रोकी जाएगी।
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