सादुलपुर की एक और प्रतिभावान बेटी का परिचय
राजगढ़ सादुलपुर की एक और प्रतिभावान बेटी का परिचय करवाते हुए उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि की जानकारी आप सभी को देते हुए प्रसन्नता व गौरव की अनुभूति हो रही है।
हालांकि इस संबंध में मुझे भी जानकारी विलंब से मिली है। तेरापंथ धर्म संघ के युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के चूरू व टमकौर में आगमन के दौरान उस समय मिल पाई, जब आचार्यश्री स्वागत में गाया गया गीत दिल को छू लेने वाला लगा। तब पता लगा कि जिस महिला ने यह गीत बनाया और गाया है, वह राजगढ़ की बेटी है।
इस प्रतिभा का नाम है श्रीमती सुनीता बांठिया, जो राजगढ़ के लुदीबास के स्वर्गीय हनुमान मल जी (श्रीचंद जी सुराणा) परिवार की बेटी तथा राजकीय विश्राम गृह के पीछे आइस प्लांट संचालक रंजीत पुनीत खुराना की भगिनी है।
इनका ससुराल चूरू है पर वह सूरत प्रवासी है। मिली। जानकारी के अनुसार बहन सुनीता पर मां सरस्वती तथा की कृपा शुरू से रही रही रही है। बाल्यकाल में ही यह अपने मधुर स्वर में गीत आदि गाया करती थी मगर उस समय अवसर नहीं मिल पाया। शादी के बाद तेरापंथ धर्म संघ के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाने के बाद इस प्रतिभा का सबसे परिचय हुआ और आज यह आध्यात्मिक गीतों के निर्माण व गायन में प्रमुख भूमिका अदा कर रही है।
हमें खुशी है कि हमारी राजगढ़ की बेटी ने सुदूर प्रांतों में आध्यात्मिक व धार्मिक समारोह में गीतिकाएं गाकर अपना ही नहीं हमारे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस बहन के लिए मंगलकामनाएं...
तेरापंथ धर्मसंघ की शासन माता साध्वी प्रमुखाश्री कनक प्रभाजी के हाल ही में ही मोक्षगमन पर सुनीता द्वारा बनाए व गाए गए एक गीत का वीडियो/ऑडियो भी आप सभी के लिए...
Comments
Post a Comment