थानाधिकारी स्वर्गीय विष्णुदत्त विश्नोई का पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन ...
राजगढ़ सादुलपुर के थानाधिकारी स्वर्गीय विष्णुदत्त विश्नोई को के पार्थिव शरीर को 24 मई को सुबह यहां से उनके पैतृक गांव रवाना कर दिया गया। उससे पहले उन्हें ससम्मान सलामी दी गई और प्रमुख राजनेताओं ने भी उनको पुष्प चक्र तथा पुष्प अर्पित कर अंतिम नमन के साथ श्रद्धांजलि दी।
बीती देर रात को प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ परिवारजनों की उपस्थिति में विभिन्न बिंदुओं पर सहमति बन गई थी। इसके बाद पार्थिव शरीर को राजकीय रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम किया गया और वहीं से पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव रवाना कर दिया गया।
इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उप नेता राजेंद्र सिंह राठौड़, सांसद राहूल कस्वां, नोखा के विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, निवर्तमान विधायक मनोज न्यांगली, जिला प्रमुख हरलाल सहारण, भाजपा के जिलाध्यक्ष पंकज गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष महावीर पूनियां, जिला परिषद सदस्य कुलदीप पूनियां, पार्षद गण राहुल पारीक, महेंद्र दिनोदिया व हैदर अली, संयुक्त व्यापार समिति के अध्यक्ष पवन मोहता आदि ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस समय माहौल अत्यंत गमगीन दिखा उपस्थित लगभग अधिकांश लोगों की आंखें नम दिखी और लोग बड़ी मुश्किल से अपनी भावनाओं को रोकते नजर आए। उनके ले जाने की खबर समय पर आम जनता को नहीं मिली जिसका लोगों लोगों ने बहुत अफसोस किया। यदि जनता को समय पर जानकारी मिल जाती तो निश्चित थी निश्चित ही सैकड़ों लोग पहुंच जाते, मगर कोरोना वायरस के खतरे के चलते भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया जाना भी आवश्यक था।
शायद इसीलिए श्रद्धांजलि की कार्रवाई सीमित दायरे में कर दी गई। कोरोनावायरस के चलते धारा 144 लगी हुई है और लोग डाउन लागू है। कल भी 23 मई को भी भावातिरेक जनता अपने आप को काबू में नहीं रख पाई और अपना रोष तथा भावनाएं व्यक्त करने के लिए तेज गर्मी के बावजूद सैकड़ों की संख्या में दिनभर थाने के आगे जमी रही। यद्यपि पुलिस प्रशासन ने समझाइश की बहुत कोशिश की, उन्होंने माइक पर घोषणा भी की कि कोरोना वायरस खतरे के चलते धारा 144 लगी हुई है व सोशल डिस्टेंस के अभाव में सभी को खतरा हो सकता है,मगर जनता वहां से हटने को तैयार नहीं हुई थी।
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